खिल उठे ये पेड़ और पौधे छाई चारों ओर हरियाली है, सावन में पड़ती इस बारिश की अदा ही बहुत निराली है।
khil UTHE ye ped AUR paudhe chhaee chaaron or hariyaalee hai, saavan mein padatee is baarish kee ada HEE BAHUT niraalee hai.
barish ka yah mausam kuchh yaad dilaata HAI, KISEE KE saath hone ka ehasaas dilaata hai, phija bhee sard hai yaaden bhee taaza hain, yah mausam kisee ka pyaar dil mein jagaata hai
अब बारिश में तेरे संग नहाना है सपना ये मेरा कितना सुहाना है बारिश की बूंदे जो गिरे तेरे होठो पे उन्हें अपने होठो से उठाना है
ab baarish mein tere sang nahaana hai, sapana ye mera kitana suhaana hai, baarish KEE boonde jo gire tere hotho PE, UNHEN apane hotho SE uthaana hai
तेरे प्रेम की बारिश हो, मैं जलमग्न हो जाऊं, तुम घटा बन चली आओ, मैं बादल बन जाऊं।
कुछ नशा तेरी बात का है, कुछ नशा धीमी बरसात का है, हमे तुम यूँही पागल मत समझो, यह दिल पर असर पहली मुलाकात का है।
Kuch nasha TERI BAAT KA HAI kuch nasha teri dhimi barsant ka hai hame tum yuhi pagal mat samjho yah dil par asar pehli mulakat ka hai.
आज मौसम कितना खुश गवार हो गया, खत्म सभी का इंतज़ार हो गया, बारिश की बूंदे गिरी कुछ इस तरह से, लगा जैसे आसमान को ज़मीन से प्यार हो गया।
रिमझिम बरस पड़े हो , तुम तो फुहार बनके, आया है अब तो मौसम , कैसा खुमार बनके, मेरे दिल में यूँहीं रहना, तुम प्यार प्यार बनके।
परदेस में क्या महसूस करें, बारिश का मज़ा मिट्टी की महक़, जब गाँव में अपने होती है, बरसात से खुशबू आती है।
ए बारिश जरा थम के बरस, जब मेरा यार आ जाये तो जम के बरस, पहले ना बरस की वह आ न सके, फिर इतना बरस कि वह जा न सके.
बारिश में भीगे हम बारिश में भीगे तुम, इस बारिश में भीगे लबो को मिल जाने दो, आज रहे न जाये कोई ख्वाइश अधूरी आज हर चाहत पूरी हो जाने दो.