ऐसे रिश्ते का भरम रखना बहुत मुश्किल है तेरा होना भी नहीं और तेरा कहलाना भी
मेरे दिल से उसकी हर गलती माफ़ हो जाती है, जब वो मुस्कुरा के पूछती है, नाराज हो क्या.?
वो खुस है इतनी कि अब जी नही करता कि उ्स्से पूछू कि हमारी याद आती है या नही.
न समझ पाया मैं तो इस बेरहम दुनिया की बातें, मुझे तो मतलब से भरे रिश्तों ने, बेज़ार बना दिया
Na Samajh Paaya Main To Is Beraham DUNIYA KEE Baaten, MUJHE To MATALAB Se Bhare Rishton NE, Bezaar Bana Diya
टूटे हुए दिल भी धड़कते है उम्र भर, चाहे किसी की याद में या फिर किसी फ़रियाद में.
Aise Rishte KA Bharam Rakhana BAHUT Mushkil Hai Tera Hona Bhee NAHIN AUR Tera Kahalaana Bhee
Ummeed Na KARO Is Duniya Se KISEE Se Hamadardee Kee Bade Pyaar Se Jakhm DETE Hain, Shiddat Se Chaahane Vaale…!!
लिखना तो ये था कि खुश हूँ तेरे बगैर भी, पर कलम से पहले आँसू कागज़ पर गिर गया
ना चाहा था कभी कुछ, तुम्हें चाहने से पहले , तुम मिल जो गए, खवाइशें पूरी हो गई
इस दुनिया के लोग भी कितने अजीब है ना ; सारे खिलौने छोड़ कर जज़बातों से खेलते हैं…
Wo Khus HAI Itanee KI AB Jee Nahee Karata Ki USse Poochhoo Ki HAMAAREE Yaad Aatee Hai Ya Nahee.