कोई किसी को #जिम्मेदारी सौंप सकता है लेकिन विवेक# नहीं दे सकता.
आपको व्यक्तिगत# जिम्मेदारी लेनी होगी. आप परिस्थितियां# नहीं बदल सकते , मौसम , #हवाओं का रुख नहीं बदल सकते , लेकिन आप अपने आप को #बदल सकते हैं.
जितनी जल्दी आप अपने जीवन की जिम्मेदारी लेंगे उतनी जल्दी सफल होंगे.-Faiez Seyal
जिस क्षण आप अपने जीवन में हर चीज की जिम्मेदारी लेते हैं उस क्षण से आप अपने जीवन में सब कुछ बदल देते हैं।
ज़िम्मेदार व्यक्ति हार नहीं सिर्फ अपनी गलती मान उसे ठीक करते हैं।
मनुष्य# की सेवा मनुष्य का प्रथम #कर्तव्य है.
जो लोग दूसरों को #आज़ादी देने से इनकार करते हैं वह खुद भी इसके #योग्य नहीं हैं.
कर्म सदैव# भले ही सुख न ला सके, पर कर्म के बिना #सुख नहीं मिलता.
अच्छे कामों की #सिद्धि में बड़ी देर लगती है, पर बुरे कामों की सिद्धि# में यह बात नहीं होती.
ज़िम्मेदारियाँ तजुर्बा देती है और तजुर्बा सफलता।
यदि आप अपनी ज़िम्मेदारियों का भार नहीं उठा सकते तो आप सफलता का भार भला कैसे उठाएंगे।