हर वक्त मिलती रहती है मुझे अनजानी सी सजा,

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मैं कैसे पूँछू तकदीर से मेरा कसूर क्या है !

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एक वक़्त था जब बाते खत्म नहीं होती थी,

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आज सब कुछ खत्म हो जाता है,

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मगर बाते ही नहीं होती !

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कुछ लोग हमारी जिंदगी में,

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सिर्फ भरोसा तोड़ने के लिए ही आते हैं !

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भूल गया होता तो अलग बात थी,

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लेकिन उसने तो मुझे जान बूझ कर भुलाया है !

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कभी-कभी हम गलत नहीं होते,

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बस वो शब्द नहीं होते,

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जो हमें सही साबित कर सकें !

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दुनिया में ऐसा ही होता है,

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जिसे हम चाहते है,

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वो किसी और को चाहता है !

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